पदार्थ की वह अवस्था, जिसमें अणुओं के मध्य आकर्षण बहुत नगण्य होता है गैसीय अवस्था कहते हैं। गैसीय अवस्था ( The Gaseous State ) से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।
- गैसीय अवस्था किसे कहते हैं ?
- सामान्य अवस्था में आवर्त सारणी में उपस्थित गैसीय तत्त्व
- गैसों के गुण ( Characteristics of gases )
गैसीय अवस्था किसे कहते हैं ?
पदार्थ की वह अवस्था ; जिसमें अणुओं के मध्य आकर्षण बहुत नगण्य होता है ; गैसीय अवस्था कहलाती है । यह सबसे सरल अवस्था है जो कि व्यवहार में बहुत अधिक एकरूपता प्रदर्शित करती है ।
गैसीय अवस्था ( The Gaseous State ) गैस , द्रव्य की सरलतम अवस्था होती है तथा कोई पदार्थ गैसीय अवस्था में तब होता है जब उसका क्वथनांक , एक वायुमण्डलीय दाब पर कमरे के ताप से कम हो ।
हमारे चारों ओर उपस्थित वायुमण्डल में विभिन्न प्रकार की गैसें उपस्थित होती हैं ।
हम वायुमण्डल की सबसे निचली तथा पतली परत ट्रोपोस्फीयर में रहते हैं जो कि गुरुत्वीय बलद्वारा पृथ्वी की सतह से बंधी होती है ।
वायुमण्डल की इस परत में ऑक्सीजन , नाइट्रोजन , कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल वाष्प उपस्थित होती है तथा यह परत ( ट्रोपोस्फीयर ) हमारे जीवन के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होती है क्योंकि यह परत हानिकारक विकिरणों से हमारी रक्षा करती है तथा इससे हमें प्राणवायु ऑक्सीजन भी प्राप्त होती है ।
सामान्य अवस्था में आवर्त सारणी में उपस्थित गैसीय तत्त्वों की संख्या 11 होती है
गैसों के गुण ( Characteristics of gases )
- गैसें और उनके मिश्रण संघटन में समांगी होते हैं ।
- गैसों का घनत्व बहुत कम और उनके अणुओं के मध्य अन्तर आण्विक बल नगण्य है ।
- गैसों की प्रसार सीमा अनन्त और सम्पीड्यता ( compressibility ) उच्च होती है ।
- गैसें पात्र की दीवारों पर दाब उत्पन्न करती हैं ।
- गैसों की विसरणशीलता सर्वाधिक होती है
- गैसों की निश्चित आकृति व आयतन नहीं होता , जैसा कि द्रवों में होता है ।
- गैस के अणु अव्यवस्थित तरीके से सभी सम्भव दिशाओं में तेजी से गति करते हैं क्योंकि उनकी गतिज ऊर्जा अधिकतम होती है ।
- गैसों के अणु एक दूसरे के साथ संघट्ट करते हैं और पात्र की दीवार पर भी प्रत्यास्थ संघट्ट ( elastic collision ) प्रदर्शित करते हैं ।
- गैसों को द्रवीकृत किया जा सकता है यदि गैसों को उच्च दाब और निम्न ताप ( क्रान्तिक ताप नीचे ) पर रखें ।
- गैसों की ऊष्मीय ऊर्जा >>आण्विक आकर्षण
- गैसें ताप और दाब में परिवर्तन के साथ समान रूप से परिवर्तित होती हैं । दूसरे शब्दों में गैसें कुछ नियमों का पालन करती हैं । जिन्हें गैस नियम कहते हैं ।